जांजगीर-चांपा

ठा भान सिंह की सुपोत्री डॉ. साक्षी सिंह बनीं परिवार की पहली महिला चिकित्सक

जांजगीर l छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान, बिलासपुर से बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी (MBBS) की डिग्री हासिल करने वाली सुश्री डॉ. साक्षी सिंह ने अपने परिवार और मुलमुला क्षेत्र का नाम रोशन किया है। वे मुलमुला के त्रिमूर्ति चौक में विराजित ठाकुर भान सिंह (छोटे बखरी) की सुपोत्री हैं, जिन्हें न केवल एक प्रसिद्ध तबला वादक और मालगुजार के रूप में जाना जाता है, बल्कि यह वही भान सिंह हैं, जिन्होंने वर्ष 1939 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ऐतिहासिक त्रिपुरी अधिवेशन में भाग लिया था। मुलमुला को आज भी लोग उनके नाम से ही पहचानते हैं।

डॉ. साक्षी सिंह के पिता श्री राजेश कुमार सिंह, माता श्रीमती मधु सिंह और पूरे त्रिलोकचंद बैस परिवार के लिए यह गर्व का क्षण है। डॉ. साक्षी ने अपनी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है, जो न केवल उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखता है, बल्कि समाज सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो दर्शाती है कि दृढ़ संकल्प और परिश्रम से हर सपना साकार हो सकता है।  डॉ. साक्षी सिंह की इस शानदार उपलब्धि पर उनके परिवार, मित्रों और शुभचिंतकों ने उन्हें ढेर सारी बधाइयाँ दी हैं। सभी की कामना है कि वे अपने चिकित्सा करियर में अनंत सफलताएँ प्राप्त करें और ठाकुर भान सिंह की तरह अपने क्षेत्र का नाम और ऊँचा करें।

उनके पिता का क्या कहना है

जांजगीर चांपा जिले के ग्राम पंचायत मुलमुला के वरिष्ठ कृषक श्री राजेश कुमार सिंह को अपनी पुत्री डॉ. साक्षी सिंह पर गर्व है। डॉ. साक्षी ने अपनी मेहनत और लगन से सफलता हासिल कर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे गांव का नाम रोशन किया है। श्री राजेश कुमार सिंह ने कहा कि उनकी बेटी की उपलब्धियां उनके लिए गर्व का विषय हैं और यह अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!