संभागीय अधिकारी ने मांगे 2 लाख नही देने सहायक पशु चिकित्सक को मानसिक प्रताड़ना,,

संभागीय अधिकारी ने मांगे 2 लाख नही देने सहायक पशु चिकित्सक को मानसिक प्रताड़ना
जांजगीर चाम्पा। ब्यूरो रिपोर्ट। जिले के बम्हनीडीह विकासखंड अन्तर्गत आने वाले चलित पशु चिकित्सा इकाई में कार्यरत सहायक पशु चिकित्सक महेश राम देवांगन ने बव्या हेल्थ सर्विसेज कंपनी के संभागीय अधिकारी विनीत अविनाश जैन के खिलाफ 2 लाख रुपये की मांग व नही देने पर नौकरी से निकाल देने की धमकी की पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लिखित शिकायत की है।
आपको बता दे कि ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन के उपचार व निदान के लिए सरकार द्वारा चलित पशु चिकित्सा इकाई की शुरुआत की गई हैं जिसमें शासन द्वारा निजी कंपनी बव्या हेल्थ सर्विसेज से अनुबंध किया गया है वर्तमान में जिले में बव्या हेल्थ सर्विसेज द्वारा इसका संचालन किया जा रहा है । जिसमें प्रत्येक चलित पशु चिकित्सा इकाई में एक पशु चिकित्सक , एक सहायक पशु चिकित्सक व वाहन चालक की आवश्यकता होती हैं । भर्ती प्रक्रिया के दौरान जमकर रिश्वतखोरी की गई है यहां बेरोजगार युवक लाखो रुपये का चढ़ावा चढ़ाने के बाद उनको नौकरी मिली हैं , मामले का भंडा तक फूटा जब बम्हनीडीह में पदस्थ सहायक पशुचिकित्सक महेश राम देवांगन द्वारा बव्या हेल्थ सर्विसेज के संभागीय अधिकारी विनीत जैन के ऊपर 2 लाख की मांग एवं नौकरी से निकाल देने की धमकी देने की लिखित शिकायत जांजगीर कलेक्टर कार्यालय में की ,शिकायतकर्ता ने बताया कि 27-सितंबर 2024 को प्रस्तुत दस्तावेज के आधार पर भर्ती किया गया । भर्ती के उपरांत करीब 8 माह काम करने के बाद संभागीय अधिकारी द्वारा 2 लाख रुपये की मांग की गईं नही तो नौकरी से हटाने की धमकी दी गयी और काम मे आने से भी मना किया गया बार बार बोला जा रहा है खुद से त्याग पत्र दे दो नही तो अच्छा नही होगा। शिकायतकर्ता ने बताया कि विनीत अविनाश जैन द्वारा लगातार मानसिक प्रताड़ना किया जा रहा है ।
उल्टा शिकायतकर्ता के खिलाफ ही कार्यवाही
वही हद तो तब हो जाती है जब कंपनी प्रबंधन ने संभागीय अधिकारी विनीत अविनाश जैन पर आगे कार्यवाही करने के बजाय प्रार्थी को ही पटना बिहार का स्थानांतरण पत्र थमा दिया । ऐसे में मानो ऐसा प्रतीत होता है कि कंपनी प्रबंधन के आलाधिकारी भी रिश्वतखोरी के मामलें में संलिप्त है तभी तो कंपनी प्रबंधन के आलाधिकारी द्वारा विनीत अविनाश जैन के खिलाफ कार्यवाही या जांच के बजाय शिकायतकर्ता को भी घर से सैकड़ो किलोमीटर दूर दूसरे राज्य बिहार के पटना शहर भेजा जा रहा है।
क्या कहते है अधिकारी
वही कंपनी प्रबंधन व आलाधिकारी इस मामले की जानकारी लेने की कोशिश मीडिया के टीम ने की तो वे मीडिया से बचते नजर आए अब आगे देखना होगा कि मामले आलाधिकारियों क्या कार्यवाही की जाती हैं।