ऑपरेशन मुस्कान: कवर्धा पुलिस की ऐतिहासिक सफलता

कवर्धा । छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जिले में ऑपरेशन मुस्कान अभियान का प्रभावी संचालन किया गया, जिसमें गुमशुदा बच्चों को उनके परिवारों से मिलाने के लिए सतत प्रयास किए गए। यह अभियान आईजी राजनांदगांव रेंज दीपक झा के मार्गदर्शन और पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में चलाया गया। ऑपरेशन मुस्कान न केवल पुलिस की कर्तव्यनिष्ठा को दर्शाता है, बल्कि समाज में मानवीय मूल्यों की स्थापना का एक बेहतरीन उदाहरण भी है। अभियान की उपलब्धियां (सांख्यिकीय डेटा)
जिले में 1 जनवरी 2024 से 15 दिसंबर तक कुल 131 बच्चे (17 बालक और 114 बालिकाएं) गुमशुदा दर्ज किए गए थे। पुलिस की योजनाबद्ध और प्रभावी कार्यप्रणाली के चलते:
– 17 बालक (100त्न) की पूरी दस्याबी की गई।
– 102 बालिकाएं (89.47त्न) को सुरक्षित खोजकर उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया।
– कुल मिलाकर, 119 बच्चों (90.84त्न) की सफलतापूर्वक वापसी सुनिश्चित की गई।
गुमशुदा बच्चों को खोजने के लिए पुलिस ने अपने प्रयास केवल जिले या छत्तीसगढ़ राज्य में सीमित नहीं रखे। बल्कि तमिलनाडु, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान जैसे दूरस्थ राज्यों तक टीमें भेजी गईं, जहां सतर्कता और मेहनत से बच्चों को खोजा गया और उन्हें सुरक्षित वापस लाया गया। यह कार्य पुलिस बल की दृढ़ इच्छाशक्ति और उत्कृष्ट टीम वर्क का परिचायक है।
इस अभियान की सफलता में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल और पंकज पटेल, डीएसपी मुख्यालय श्रीमती मोनिका सिंह परिहार, साइबर सेल की विशेषज्ञ टीम, सभी एसडीओपी (कवर्धा, पंडरिया, बोड़ला, लोहारा), थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी और पुलिसकर्मियों ने कड़ी मेहनत की। साइबर सेल ने आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर बच्चों की लोकेशन ट्रेस की, वहीं फील्ड टीमों ने विभिन्न राज्यों में जाकर चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी सफलता हासिल की।