समाज में सुमता, समरसता, एकता, बंधुत्व एवं शिक्षा के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन के प्रणेता गुरु सहसराम देव जी की जयंती की तैयारी जोरों पर,,
गुरु सहसराम देव जयंती 12 जून को सूर्यांश धाम खोखरा में

“समाज में सुमता, समरसता, एकता, बंधुत्व एवं शिक्षा के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन के प्रणेता गुरु सहसराम देव जी की जयंती की तैयारी जोरों पर”
जांजगीर चाम्पा। गुरु सहसराम देव की 172 वीं जयंती का आयोजन 12 जून 2024, दिन- बुधवार को सूर्यांश धाम खोखरा (जांजगीर) में आयोजित किया गया है। समाज में सुमता, समरसता, एकता, बंधुत्व एवं शिक्षा के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन के प्रणेता परम पूज्य गुरुदेव सहसराम जी की 172 वीं जयंती समारोह की तैयारी संयोजक हरदेेव टंडन एवं सह-संयोजक प्रो. गोवर्धन सूर्यवंशी के मार्गदर्शन पर प्रारंभ हो गई है।उक्ताशय की जानकारी देते हुए आचार्य शिव प्रधान ने बताया कि जयंती समारोह के दिन प्रातः 09 बजे सूर्यांश विद्यापीठ सिवनी में गुरु सहसराम देव जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर पूजन अर्चन किया जाएगा। प्रातः 11:00 बजे परम पूज्य गुरुदेव सहसराम जी की जन्मस्थली जगमहंत (धुरकोट) में उनके आदमकद प्रतिमा पर पूजा अर्चना एवं पुष्पांजलि के पश्चात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में फल वितरण किया जाएगा। जयंती समारोह के मुख्य कार्यक्रम में शाम 4:00 बजे रहस बेड़ा खोखरा से सूर्यांश धाम खोखरा तक भव्य शोभा एवं कलश यात्रा का आयोजन किया गया है। शाम 05 बजे शोभा यात्रा का सूर्यांश धाम पहुंचने पर भव्य स्वागत करने के पश्चात “सूर्यांश विजय स्तंभ” एवं पंच गुरुदेवों की “चरण पादुका स्थल” का पूजा अर्चना कर सूर्यांश विजय स्तंभ पर ध्वज वंदना के पश्चात ध्वजारोहण किया जाएगा। इसके पश्चात शाम 6:00 बजे से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विशिष्ट जनों एवं प्रतिभावान छात्र छात्राओं का सम्मान किया जाएगा।