जहां पूरी होती है हर मनोकामना – मां मनकादाई धाम, खोखरा, तालाबों और मंदिरों की नगरी खोखरा में विराजी मां मनकादाई

जांजगीर-चांपा – जिला मुख्यालय जांजगीर से तीन किलोमीटर दूर ग्राम खोखरा में स्थित मां मनकादाई धाम आस्था और विश्वास का बड़ा केंद्र है। मान्यता है कि मां मनकादाई सभी की मनोकामनाओं को पूर्ण कर जीवन में सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं। यहां चैत्र और क्वांर नवरात्रि के साथ गुप्त नवरात्रि पर भी हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। नवरात्र पर्व पर नौ दिवसीय मेला आयोजित होता है और श्रद्धालुओं के लिए मां मनकादाई पब्लिक ट्रस्ट द्वारा निःशुल्क भोजनालय की व्यवस्था की जाती है।
प्राचीन मान्यता
ग्रामीणों के अनुसार, वर्तमान में जहां मंदिर और तालाब स्थित हैं, वह स्थान पहले घने जंगल से घिरा था। मालगुजार रामखिलावन तिवारी को स्वप्न में माता ने आदेश दिया था कि तालाब से उनकी स्थापना कर पूजा-अर्चना की जाए। इसके बाद से खोखरा में मां मनकादाई की आराधना शुरू हुई और धीरे-धीरे यह स्थल जिले का प्रमुख धार्मिक केंद्र बन गया।
मंदिरों और तालाबों की नगरी
खोखरा को तालाबों और मंदिरों की नगरी भी कहा जाता है। यहां मां मनकादाई मंदिर के अलावा शारदा मंदिर, काली माता मंदिर, शीतला माता मंदिर, संतोषी माता मंदिर, प्राचीन शिव मंदिर, राधाकृष्ण मंदिर, हनुमान मंदिर, साईं मंदिर और ठाकुरदेव समेत कई देवी-देवताओं के प्राचीन मंदिर विद्यमान हैं। ऐतिहासिक मान्यता है कि यह स्थल साधु-संतों का गढ़ रहा है, जहां बिहार, उत्तरप्रदेश समेत विभिन्न प्रांतों से साधु-संत तपस्या करने पहुंचते थे।
कुल देवी और परंपरा
मां मनकादाई को तिवारी परिवार की कुल देवी माना जाता है। नवरात्रि पर्व पर नौ दिनों तक पूजा-अर्चना की जाती है, जिसमें तिवारी परिवार का एक सदस्य परंपरागत रूप से जजमान के रूप में बैठता है। मंदिर का संचालन मां मनकादाई पब्लिक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
कैसे पहुंचे
मां मनकादाई मंदिर ग्राम खोखरा, जांजगीर जिला मुख्यालय से केवल 3 किलोमीटर की दूरी पर नेशनल हाइवे-49 से जुड़ा हुआ है। मुंबई-हावड़ा रेलमार्ग पर नैला जांजगीर और चांपा रेलवे स्टेशन निकटतम स्टेशन हैं। रायपुर एयरपोर्ट 150 किलोमीटर तथा बिलासपुर 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।