देवरहा के ग्रामीण हैं परेशान क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन को कोई सरोकार नही,,आखिर कब तक झेलेंगे प्रताड़ना,,
पूर्व में भी ग्रामीणों के द्वारा विरोध किया गया था लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही किया गया,,

जांजगीर चाम्पा। रिपोर्ट कृष्णा टण्डन। जिले के जांजगीर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम उदयबन्द के आश्रित ग्राम देवरहा में इन दिनों ग्रामीण बहुत ज्यादा परेशान हैं परेशानी का कारण देवरहा में निर्माणाधीन राइस मिल हैं। आपको बता दे कि जांजगीर के समीप और हसदेव नदी के तट पर बसा एक गांव देवरहा हैं,जहाँ जांजगीर निवासी श्रीमती ममता राठौर के द्वारा राइसमिल का निर्माण कराया जा रहा हैं और विधिवत ग्राम पंचायत से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी लिया गया हैं। लेकिन राइसमिल से लगे किसानों के खेत मे बारिश के पानी का भराव हो जा रहा हैं, पानी निकासी का व्यवस्था राइसमिल के संचालक के द्वारा नही बनाया गया हैं,गांव के ग्रामीण किसानों के द्वारा फसल लगाया गया था लेकिन फसल खेत में पानी भराव के कारण खराब हो गया इसकी शिकायत ग्रामीण और किसानों के द्वारा जांजगीर तहसीलदार को किया गया था,लेकिन आज तक इस पर कोई कार्यवाही नही किया गया हैं,इससे साफ पता चल रहा हैं कि ग्रामीणों किसानों का प्रसाशन को कोई सरोकार नहीं हैं, इस लिए ग्रामीण परेशान है।
मुद्दे की बात
जब राइसमिल खुल रहा हैं तो चालू भी करना पड़ेगा लेकिन सबसे बड़ी बात यह हैं, की बिजली कहा से लाओगे,ग्रामीणों के द्वारा हाई टेंशन बिजली लाइन को लेकर विरोध कर रहे हैं, विरोध करने का कारण भी सही हैं, क्योकि गांव के मेन रास्ता (गली) से तार को ले जाया जाएगा तो भविष्य में दिक्कत का सामना करना पड़ेगा क्योकी रास्ता में पेड़ पौधे हैं,घर हैं और घर हैं तो आगे चलके डबल मंजिला घर भी बनेगा तो दिक्कत का सामना करना पड़ेगा,इस कारण ग्रामीण घोर विरोध दर्ज करा रहे,, और विद्युत विभाग के लिए ग्रामीण नाराज हैं।।
आरोप नम्बर 1 – ग्रामीणों किसानों के द्वारा तहसीलदार जांजगीर को शिकायत किया गया था की राइसमिल से लगे खेतों में पानी भराव से फसल का नुकसान हो गया है और इसका मुवावजा चाहिए करके तहसीलदार के द्वारा आश्वासन भी दिया गया था मुवावजा दिलवाया जाएगा लेकिन अभी तक ग्रामीण किसानों को कुछ भी नही दिया गया है,,
आरोप नम्बर 2 – सरपंच ने बताया कि राइसमिल से लगे कुछ जमीन शासकीय हैं और इसका सीमांकन भी होना चाहिए,पूर्व में भी इस जमीन से तहसीलदार के द्वारा बुलडोजर चला कर बेजा कब्जा को हटाया गया था,लेकिन राइसमिल संचालक का हौसला इतना बुलंद है कि बाउंड्रीवाल खड़ा करके बेजाकब्जा कर शासकीय जमीन पर प्लांट के डस्ट को भी डाल दिया गया हैं।।
“जब हमने जांच में आये अधिकारी नायब तहसीलदार जांजगीर से बात करना चाहा तो उनके द्वारा किसी प्रकार की कोई जानकारी नही दिया गया,,और राइसमिल संचालक से भी बात करना चाहा तो श्रीमती ममता राठौर के द्वारा भी बोला गया इस संबंध में मैं कोई बात करना नही चाहती हूँ,,
अब देखना यह होगा कि इस खबर के प्रकाशन के बाद इस पर प्रशासन के द्वारा ग्रामीणों और किसानों को क्या राहत मिलती हैं और राइसमिल संचालक के खिलाफ क्या कार्यवाही करती हैं।।