जांजगीर-चांपा

बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल स्मृति समारोह : कृषि विज्ञान केंद्र में वृहद किसान सम्मेलन, जैविक मेला एवं प्रशिक्षण का आयोजन

किसानों को फसल चक्र, अत्याधुनिक कृषि यंत्र व नवीन तकनीकों की दी गई जानकारी

 

कार्यक्रम में ड्रोन से दवाई छिड़काव का लाइव प्रदर्शन किया गया

 

जांजगीर-चांपा / बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल स्मृति समारोह के दूसरे दिवस आज कृषि विज्ञान केंद्र जर्वे (च) में वृहद किसान सम्मेलन, जैविक मेला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विधायक जांजगीर-चांपा श्री ब्यास कश्यप, कलेक्टर श्री जन्मेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक श्री विजय कुमार पांडेय वृहद किसान सम्मेलन, जैविक मेला एवं प्रशिक्षण में शामिल हुए। इस अवसर पर जिलेभर से आए किसानों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिकों ने उपस्थित किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों, दलहन तिलहन फसल, फसल चक्र, कृषि क्षेत्र की नवीन तकनीकों, योजनाओं और नीतियों की जानकारी दी। साथ ही किसानों को फसलों को बीमारियों से बचाने, उत्पादन बढ़ाने तथा मृदा स्वास्थ्य संरक्षण के उपायों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।सम्मेलन में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए विभागीय स्टालों में मछली पालन, सब्जी उत्पादन, कुक्कुट पालन जैसी गतिविधियों की जानकारी दी गई। किसानों को रासायनिक दवाओं के स्थान पर जैविक दवाओं के उपयोग पर जोर दिया गया। इसी कड़ी में ड्रोन दीदी द्वारा ड्रोन का लाइव प्रदर्शन किया गया एवं पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना प्रचार प्रसार रथ के माध्यम से किसानों को योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए योजना का लाभ उठाने प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को प्राकृतिक कृषि, फसल विविधिकरण, जल संरक्षण और बीज की गुणवत्ता जैसे विषयों पर मार्गदर्शन दिया। किसानों की समस्याओं और सुझावों को भी गंभीरता से सुना गया। किसानों को प्रक्षेत्र भ्रमण भी कराया गया, जिसमें उन्होंने आधुनिक खेती की विधियों को विस्तार से देखा और समझा। इस दौरान विधायक, कलेक्टर, एसपी सहित जनप्रतिनिधियों ने सभी स्टालों, कृषि यंत्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया।  विधायक जांजगीर-चांपा श्री ब्यास कश्यप ने कहा कि किसानों को रबी फसलों के महत्व और खेती में विविधता लाने के लिए इस संगोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों और विभागीय अधिकारियों के मार्गदर्शन से ही किसान सही तकनीक अपना सकेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को समय-समय पर प्रशिक्षण देकर नई तकनीकों से अवगत कराया जा रहा है। विधायक ने कहा कि योजनाओं का लाभ लेकर किसान न केवल अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं बल्कि जिले की समृद्धि में भी योगदान दे सकते हैं। कलेक्टर श्री महोबे ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जिले की पहचान कृषि प्रधान क्षेत्र के रूप में है । उन्होंने बताया कि तकनीक और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए एग्रीस्टैक पोर्टल किसानों का शत-प्रतिशत पंजीयन किया जा रहा है। पंजीयन में समस्या आने पर किसान राजस्व एवं संबंधित अधिकारियों से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने फसलचक्र के बारे में प्रेरित करते हुए कहा कि रबी सीजन में अधिक आय देने वाली वैकल्पिक फसलें अपनाएँ। उन्होंने दलहन-तिलहन, ऑयल पाम की खेती सहित अधिक आय वाले वैकल्पिक फसलें इसके साथ मशरूम उत्पादन, कुक्कुट पालन, दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन गेंदा की खेती जैसे अन्य खेती किसानों की आय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगी। कलेक्टर ने किसानों से आग्रह किया कि एग्रीस्टैक पंजीयन, डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण और गिरदावरी के कार्यों में सक्रियता दिखाएँ। साथ ही फसल बीमा योजना का लाभ उठाकर प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा प्राप्त करें। किसानों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा। उन्होंने किसानों से कृषि विभाग के अधिकारियों से निरंतर संपर्क बनाए रखने और नवीन तकनीक का उपयोग करने का आह्वान किया। विविध खेती और तकनीकी नवाचार अपनाकर किसान अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।   पुलिस अधीक्षक श्री विजय कुमार पांडेय ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जिले के किसान धान और सब्जी-भाजी की खेती में अग्रणी हैं । कुछ लोग महुआ निर्माण में भी संलग्न रहते हैं, जिससे नशे की प्रवृत्ति बढ़ती है। उन्होंने अपील की कि वे न केवल स्वयं इस कार्य से दूर रहें बल्कि दूसरों को भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो इसमें संलिप्त है उन्हे आरएसटी, केवीके, कृषि विभाग और कौशल तकनीक से जोड़कर मार्गदर्शन मिल दिया जाएगा।जिससे वे तकनीकों का प्रयोग करेंगे सही दिशा में आगे बढ़ेंगे और जिले को नशा मुक्त बनाने में सहयोग करेंगे। नशा मुक्त समाज से अपराधों में भी कमी आएगी। पुलिस अधीक्षक ने आगामी गेंदा महोत्सव का उल्लेख करते हुए कहा कि गेंदा की खेती करने के इच्छुक किसानों को पुलिस विभाग की ओर से महोत्सव में ले जाया जाएगा, जहाँ उन्हें आधुनिक तकनीक और उच्च पैदावार की जानकारी प्राप्त होगी। उप संचालक कृषि श्री ललित मोहन भगत ने कहा कि यह कार्यक्रम विगत कई वर्षों से निरंतर आयोजित किया जा रहा है। आज कार्यक्रम के दूसरे दिन भी विशेष सत्र आयोजित किया गया, जिसमें किसानों को आधुनिक कृषि से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस सत्र का उद्देश्य किसानों को वैज्ञानिक खेती की ओर प्रेरित करना और नवीनतम तकनीकों से अवगत कराना है, ताकि किसान उत्पादन बढ़ाकर अपनी आय में वृद्धि कर सकें।  इस अवसर पर श्री दिनेश शर्मा, श्री देवेश सिंह, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ के डी महंत, सहायक संचालक उद्यानिकी श्रीमती रंजना माखिजा, सहायक संचालक मत्स्य श्री दुष्यंत सिंह सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, संबंधित अधिकारी कर्मचारी, कृषि वैज्ञानिकगण, गणमान्य नागरिक एवं कृषक गण उपस्थित थे।…

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