छत्तीसगढ़

बेइज्जती करनी थी, कर दी’…शादी के बाद बंदूक की नोक पर अपनी ही बेटी को उठा ले गए

लखनऊ में एक युवक के साथ धोखेबाजी और फिर उसकी पत्नी के अपहरण का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक परिवार ने पहले अपनी बेटी का रिश्ता तय किया, शादी के कार्ड छपवाए, लेकिन तिलक के दिन फोन पर यह कहकर रिश्ता तोड़ दिया कि ‘तुम्हारी बेइज्जती करनी थी, कर दी।’ इसके बाद जब प्रेमी जोड़े ने भागकर शादी कर ली, तो लड़की के घरवाले बंदूक की नोक पर उसे उठा ले गए। पीड़ित पति तीन महीने तक पुलिस के चक्कर काटता रहा, जिसके बाद अब कोर्ट के आदेश पर अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ है।यह पूरी कहानी लखनऊ के रहने वाले ऋषिकेश पांडे और बाराबंकी की मुस्कान तिवारी की है। जानकारी के मुताबिक, दोनों प्रेम विवाह कर रहे थे, जिसमें दोनों के परिवार भी सहमत थे। पिछले साल 25 नवंबर को तिलक और 9 दिसंबर को शादी की तारीख पक्की हुई थी। सारे मेहमानों को न्योते भी बांटे जा चुके थे।पीड़ित ऋषिकेश ने बताया कि जब तिलक की रस्म की तैयारियां चल रही थीं, तभी मुस्कान के जीजा सूरज तिवारी का फोन आया। उसने कहा, “यह शादी नहीं होगी, कार्ड तो तुम्हें बेवकूफ बनाने और बेइज्जत करने के लिए छपवाए थे।” अगले दिन जब ऋषिकेश, मुस्कान के घर पहुंचा तो उसने देखा कि उसके पिता अशोक तिवारी, मां सरिता और जीजा सूरज उसे एक कमरे में बंद करके पीट रहे थे।29 दिसंबर को मुस्कान किसी तरह घर से भागकर ऋषिकेश के पास पहुंची और बताया कि उसे कई दिनों से कैद कर पीटा जा रहा था और उसकी जान को खतरा है। इसके बाद, 30 दिसंबर को दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी की और उसी दिन विवाह का रजिस्ट्रेशन भी करा लिया।लेकिन उनकी यह खुशी चंद घंटे ही टिक सकी। उसी शाम जब ऋषिकेश कुछ सामान लेने के लिए बाहर गया, तभी मुस्कान के पिता, जीजा और 10-12 अन्य लोग हथियारों के साथ वहां पहुंचे और बंदूक दिखाकर मुस्कान को जबरन गाड़ी में डालकर उठा ले गए।ऋषिकेश ने उसी रात चिनहट थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने ‘जांच’ का हवाला देकर तीन महीने तक मामला टाल दिया। आला अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद भी जब कोई सुनवाई नहीं हुई, तो ऋषिकेश ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। अब कोर्ट के सख्त आदेश के बाद चिनहट थाने में मुस्कान के घरवालों के खिलाफ अपहरण की एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस इंस्पेक्टर ने बताया है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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